73वें इंडियन फाउंड्री कांग्रेस एवं इंटरनेशनल फाउंड्री एग्जीबिशन आईएफईएक्स 2025 का शुभारंभ हुआ।

यह महत्वपूर्ण आयोजन उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं, नीति-निर्माताओं और विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर फाउंड्री क्षेत्र के भविष्य, नवीन प्रौद्योगिकियों और औद्योगिक अवसरों पर चर्चा का अवसर प्रदान कर रहा है। यह तीन दिवसीय आयोजन 9 से 11 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें उद्योग के विकास और नेटवर्किंग के लिए विभिन्न सत्र आयोजित किए जाएंगे।इस प्रतिष्ठित आयोजन का उद्घाटन *भारत फोर्ज के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बाबा कल्याणी* ने किया, जो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
साथ ही, *पश्चिम बंगाल सरकार की उद्योग, वाणिज्य एवं उद्यम, महिला एवं बाल विकास और सामाजिक कल्याण विभाग की माननीय मंत्री डॉ. शशि पांजा* ने समारोह को संबोधित किया। उन्होंने फाउंड्री उद्योग के औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति में योगदान को रेखांकित किया।इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन फाउंड्रीमेन (आइआइफ) द्वारा आयोजित इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में ज्ञान साझा करने, नेटवर्किंग और उद्योग में नवीन तकनीकों की खोज के लिए एक महत्वपूर्ण मंच उपलब्ध कराया गया है।
इस अवसर पर आइआइफ के अध्यक्ष नवनीत अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष रवि सेहगल एवं विजय बेरीवाल सहित कई गणमान्य उद्योग विशेषज्ञ उपस्थित रहे। उन्होंने फाउंड्री उद्योग में हो रहे नवाचारों, स्थिरता की पहलों और उभरते अवसरों पर अपने विचार साझा किए।
पश्चिम बंगाल का फाउंड्री उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान मंत्री डॉ. शशि पांजा, ने कहा राज्य सरकार इस उद्योग को समर्थन देने के लिए रणनीतिक पहलों पर काम कर रही है, जिसमें नवगठित इंवेस्टमेंट सिनर्जी कमेटी शामिल है, जो व्यापार के लिए अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करेगी। इसके अलावा, एशिया के सबसे बड़े कोयला ब्लॉकों में से एक देवचा पंचमी में उत्खनन औद्योगिक विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

बंगाल में फाउंड्री और फोर्जिंग में एक समृद्ध विरासत है, और निरंतर निवेश और सहयोग के साथ, मैं उद्योग को आगे के अवसरों को जब्त करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं और उत्कृष्टता की ओर आपकी यात्रा में हमारे अटूट समर्थन का आश्वासन देता हूं।*तकनीकी सत्र और वैश्विक फाउंड्री बाजार में भारत की भूमिका* आइफसी & आईएफईएक्स 2025 के तहत तकनीकी सत्रों, अत्याधुनिक तकनीकों के प्रदर्शन, सतत विकास, ऑटोमेशन और वैश्विक बाजार की प्रवृत्तियों पर गहन चर्चा आयोजित की जा रही है। यह आयोजन देश-विदेश के उद्योग प्रतिनिधियों को एक साथ लाकर भारत के वैश्विक फाउंड्री उद्योग में नेतृत्व को और मजबूत कर रहा है।यह आयोजन न केवल उद्योग के लिए नए अवसरों का द्वार खोलेगा, बल्कि भारत को वैश्विक फाउंड्री बाजार में अग्रणी भूमिका में स्थापित करने में भी मदद करेगा।